न पीला न लाल ! तो क्या है सूरज का असली रंग ? जानिए साइंस क्या कहता है – Suraj ka Asli Rang Kya Hai ?

Suraj ka Asli Rang Kya Hai– जब भी कोई पूछता है कि सूरज का रंग क्या है, तो ज़्यादतर लोग तुरंत जवाब देते हैं – “पीला”। लेकिन क्या वाकई सूरज का असली रंग पीला होता है? अगर नहीं, तो सूरज का असली रंग क्या है? और सूरज का असली नाम क्या है? आइए जानते हैं

सूरज का असली रंग पीला नहीं है ? | Suraj ka Asli Rang Kya Hai

जी हाँ दोस्तों आपने सही सुन सूरज का असली रंग पीला नहीं है पृथ्वी से देखने पर सूरज कभी पीला, कभी नारंगी तो कभी लाल नजर आता है। असल में यह सब हमारी आंखों और वायुमंडल का खेल है

सूरज की रोशनी जब पृथ्वी के वातावरण से होकर गुजरती है, तो उसमें मौजूद गैस और धूल के कण कुछ रंगों को बिखेर देते हैं। इस प्रक्रिया को “रेले स्कैटरिंग” (Rayleigh Scattering)  कहते है। जिसके कारण हमें सूरज का रंग बदलता हुआ दिखाई देता है।

सूरज का असली रंग क्या होता है?

तो यह समझने के बाद की सूरज का रंग पीला या लाल नहीं है तो अब बात है आती है की सूरज का असली रंग क्या है

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी और NASA जैसे प्रतिष्ठित वैज्ञानिक संस्थानों की रिसर्च के अनुसार, सूरज का असली रंग सफेद होता है।

जी हाँ, सूरज कोई पीला या लाल गोला नहीं, बल्कि एक तेज चमकता हुआ सफेद रंग का तारा है। यकीन करना मुश्किल है लेकिन यह सच है

जब सूरज की किरणें अंतरिक्ष से देखी जाती हैं, यानी उस स्थिति में जब कोई वायुमंडल न हो, तब सूर्य सफेद नजर आता है। यही कारण है कि अंतरिक्ष यात्री जब सूर्य को देखते हैं, तो उन्हें वह सफेद दिखता है।

सूरज सफेद क्यों होता है?

इसका वैज्ञानिक कारण यह है कि सूरज एक ब्लैक बॉडी की तरह काम करता है, जो सभी तरंगदैर्ध्य की रोशनी (सभी रंग) लगभग समान रूप से उत्सर्जित करता है। जब ये सारी रोशनियाँ मिलती हैं, तो उनका कुल प्रभाव सफेद रंग के रूप में होता है।

पृथ्वी पर हमें सूरज पीला इसीलिए दिखता है क्योंकि वातावरण नीली रोशनी को ज्यादा बिखेर देता है और बाकी रंग आंखों तक पहुंचते हैं। इससे जो प्रभाव बनता है, वह पीला लगता है। (SURAJ KA ASLI COLOUR KYA HAI)

अंतरिक्ष से सूरज कैसा दिखता है?

यदि आप सूरज को स्पेस से देखेंगे, तो वह सफेद रंग का दिखाई देगा। इसका कारण ये है कि वहां कोई वायुमंडल नहीं होता, जो कि रंगों को बिखेर सके। इसलिए सूरज अपनी असली चमक और रंग में नजर आता है। (Suraj ka Asli Rang Kya Hai)

अंतरिक्ष में सूरज के रंग को लेकर कोई भ्रम नहीं होता क्योंकि वहां धूल, वाष्प या गैसें नहीं होतीं जो दृश्य को प्रभावित करें।

सूर्यास्त और सूर्योदय पर सूरज का रंग क्यों बदलता है?

जब सूरज क्षितिज के करीब होता है (जैसे सूर्योदय या सूर्यास्त के समय), तब उसकी किरणों को वायुमंडल में लंबा सफर तय करना पड़ता है। इस दौरान नीली और बैंगनी तरंगें पूरी तरह बिखर जाती हैं, और लाल-नारंगी तरंगें ही आंखों तक पहुंचती हैं। यही कारण है कि उस समय सूरज लाल या नारंगी रंग का दिखाई देता है।

सूरज का असली नाम क्या है? | Suraj ka Asali naam kya hai

भारतीय ज्योतिष और वेदों में सूर्य को ही उसका असली नाम माना जाता है। अंतरराष्ट्रीय खगोलीय समुदाय में इसे “Sun” कहा जाता है। यह हमारे सौरमंडल का केंद्र है, और बाकी सभी ग्रह इसके चारों ओर घूमते हैं।

सूरज क्या है और क्यों इतना खास है?

सूरज एक विशाल गैसीय तारा है, जो मुख्यतः हाइड्रोजन और हीलियम से बना है। इसके केंद्र में नाभिकीय संलयन (nuclear fusion) की प्रक्रिया होती है, जिसमें हाइड्रोजन परमाणु मिलकर हीलियम बनाते हैं और भारी मात्रा में ऊर्जा छोड़ते हैं। यही ऊर्जा रोशनी और गर्मी के रूप में पृथ्वी तक पहुंचती है और जीवन को संभव बनाती है।

निष्कर्ष

तो अगली बार जब कोई आपसे पूछे कि सूरज का रंग क्या होता है?”, तो बिना झिझक कहिए – “सूरज का असली रंग सफेद होता है“। जो हमें पीला, लाल या नारंगी दिखता है वो सिर्फ वायुमंडलीय प्रभाव का नतीजा है, न कि सूरज की असली पहचान।

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