Neend Mein Jhatke Lagna: सोते समय शरीर में झटके लगना और ऐसा महसूस होना की आप बहुत ऊँचाई से गिर रहे हैं या अचानक झटका लगने से आपकी नींद खुल जाना यह ऐसे एहसास है जिनको दुनिया में कई लोग महसूस करते है इसे हाइपनिक जर्क (Hypnic Jerk) कहा जाता है कुकब लोग इसे स्लीप स्टार्ट भी कहते है।
यह बहुत कारणों से हो सकता है इसका आपके शरीर पर भी प्रभाव हो सकता है लेकिन चिंता की कोई बात नहीं हमने इस लेख में इससे निपटने के आसान उपाय और इसके होने के मुख्य कारण भी बताए है
हाइपनिक जर्क क्या है? (Neend Mein Jhatke Lagna)
What is Hypnic Jerks: सोते समय अचानक चौक जाना, सोते समय शरीर में झटके लगना, इसके अलावा कभी-कभी कुछ लोगों को तो ऐसा लगता है और मैंने भी यह अनुभव किया है की सोते समय हमे किसी ने धक्का दिया हो, या फिर हम कहीं ऊंचाई से नीचे गिर रहे हो.
क्या आप जानते है ऐसा क्यों होता है दरअसल, यह एक बीमारी है. जिसे मेडिकल में हाइपनिक जर्क (hypnic jerks) कहा जाता है
“Dietofy Solutions” की डाइटिशियन Dr. Kanika Khanna कहती हैं कि नींद के दौरान मांसपेशियों (muscles) में अचानक सिकुड़न (contraction) होने की वजह से hypnic jerk होता है।
इस दौरान ऐसा महसूस हो सकता है कि आप कहीं ऊंचाई से गिर रहे हैं या शरीर में झटका लग रहा है। कई बार इससे दिल की धड़कन (heartbeat) तेज हो जाती है। यह समस्या छोटे बच्चों से लेकर बड़े लोगों की उम्र के व्यक्ति को भी हो सकती है
Hypnic jerk एक तरह की involuntary muscle movement होती है, जो ज्यादातर तब महसूस होती है जब आप नींद में जाने ही वाले होते हैं। इस समय ऐसा लग सकता है कि आप कहीं से गिर रहे हैं या शरीर अचानक झटके के साथ हिल गया हो।
यह झटका कुछ सेकंड्स का ही होता है, लेकिन यह नींद खराब खरने के लिए काफी है इस समस्या को स्लीप स्टार्ट या स्लीप ट्विच भी कहा जाता है. इसके कई कारण हो सकते हैं. जिनके बारे में हम आगे जानेगे
नींद में झटका लगने के 5 मुख्य कारण (Neend Mein Jhatke Lagna)
1.कैफीन और अन्य उत्तेजक पदार्थ
Neend Mein Jhatke Lagna चाय, कॉफी, एनर्जी ड्रिंक में पाए जाने वाले पदार्थों खासकर कैफीन के कारण हो सकता है जोआपकी नींद को प्रभावित कर सकते हैं। सोने से पहले इनका सेवन हाइपनिक जर्क की संभावना बढ़ा देता है।
2.सोने से ठीक पहले एक्सरसाइज करना
बहुत से लोग सोने से पहले एक्सरसाइज करते है जिसके कारण उनका शरीर एक्टिव मोड में रहता है और उनके दिमाग को नींद के लिए शांत होने में समय लगता है। इससे नींद में झटके आने की संभावना बढ़ जाती है।
3.तनाव और चिंता
मानसिक तनाव और चिंता नींद को खराब करने के साथ साथ दिमाग को रिलैक्स नहीं होने देते, जिससे सोते समय मस्तिष्क गलत संकेत भेज सकता है और झटका लग सकता है।
4.नींद की कमी
यदि आप लगातार कम नींद ले रहे है तो शरीर और दिमाग थका हुआ रहता है, जिससे नींद के दौरान झटके लगने की संभावना बढ़ जाती है।
5.कुछ दवाइयों का असर
कुछ neurological या mental health से जुड़ी दवाएं दिमाग की nerve activity को प्रभावित करती हैं, जिससे सोते समय muscles में झटके (hypnic jerks) महसूस हो सकते हैं।
हाइपनिक जर्क से निपटने के असरदार उपाय
1.धीमी और गहरी सांस लें
सोते समय शरीर में झटके लगने से बचने के लिए सबसे बेहतरीन उपाय लंबी और गहरी सांस है यदि आप बिस्तर पर जाने से पहले गहरी और लंबी सांस लेते है तो आप इस समस्या से निपट सकते है यह प्रक्रिया मन और शरीर दोनों को शांत करने में मदद करती है।
2.मांसपेशियों को आराम दें
पैरों की उंगलियों से शुरू करके सिर तक शरीर की हर मांसपेशी को धीरे-धीरे तनाव दें और फिर छोड़ें। यह एक प्रकार की प्रोग्रेसिव मसल रिलैक्सेशन तकनीक है।
3.ध्यान और योग निद्रा करें
सोने से पहले कुछ मिनट ध्यान लगाने से मानसिक शांति मिलती है। आप योग निद्रा की भी प्रैक्टिस कर सकते हैं।
4.नियमित योग करें
नियमित रूप से स्ट्रेचिंग और हल्के योगासन करने से शरीर का तनाव कम होता है और नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है।
5.गर्म पानी से स्नान करें
सोने से पहले हल्के गर्म पानी से स्नान करने से मांसपेशियाँ रिलैक्स होती हैं और शरीर को यह संकेत मिलता है कि अब सोने का समय है।
6.मैग्नीशियम युक्त आहार लें
अपने खानपान में मैग्नीशियम शामिल करें जैसे – बादाम, डार्क चॉकलेट, कद्दू के बीज, चिया बीज और एवोकाडो। ज़रूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह से मैग्नीशियम सप्लीमेंट ले सकते हैं।
क्या हाइपनिक जर्क खतरनाक है?
इसके बारे में पढ़ने के बाद आपके मन भी यह सवाल आया होगा की क्या hypnic jerks खतरनाक हो सकता है तो जान ले की ये किसी serious health issue का संकेत नहीं होते।
लेकिन अगर ये झटके बार-बार आएं और आपकी नींद को disturb करने लगें, तो डॉक्टर से consult करना बेहतर होता है। अगर आपको ये झटके सोने से पहले anxiety देने लगें या आपकी sleep quality खराब हो रही हो, तो किसी sleep specialist या expert से सलाह जरूर लें।
निष्कर्ष
नींद में झटके लगना या गिरने का अनुभव होना आम बात है और ज़्यादातर मामलों में यह किसी गंभीर समस्या का संकेत नहीं होता। थोड़े-से लाइफस्टाइल बदलाव और सही नींद की आदतें अपनाकर आप इस समस्या से राहत पा सकते हैं।
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FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1. क्या नींद में झटका लगना बीमारी है?
उत्तर- नहीं, यह सामान्य प्रक्रिया है और ज़्यादातर लोगों के साथ कभी-कभी होता है।
Q2. क्या कैफीन से हाइपनिक जर्क बढ़ते हैं?
उत्तर- हाँ, सोने से पहले कैफीन लेने से नींद में झटके बढ़ सकते हैं।
Q3. क्या योग निद्रा से नींद में झटकों में राहत मिलती है?
उत्तर- जी हाँ, योग निद्रा मानसिक तनाव को कम करके बेहतर नींद में मदद करता है।
Q4. क्या बच्चों को भी हाइपनिक जर्क होते हैं?
उत्तर- हाँ, यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है, यहाँ तक कि बच्चों को भी।
Q5. हाइपनिक जर्क को पूरी तरह रोका जा सकता है क्या?
उत्तर- पूरी तरह नहीं, लेकिन इनके बार-बार होने की संभावना को काफी हद तक कम किया जा सकता है।